मेरी कलम से
vedha singh class-IV-D
शुक्रवार, 6 अप्रैल 2018
जादू
मेरे पास अगर जादू होता,
तब नामुमकिन भी मुमकिन होता ,
मन करे तो मैं हवाओं में उड़ती ,
हर सपना तब तो सच्चा होता।
-वेधा सिंह
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