🌸🌸🌸🌸🌸🌸
पुस्तक विद्या का विशाल समंदर ,
बंद करो इसे मस्तक के अंदर।
🌸🌸🌸🌸🌸🌸
विद्या की देवी का इसमें वास ,
सदा रखो इसे अपने पास।
दुन्या की हर चीज है इसमें समाया,
जादू ,टोना,और विज्ञानं की माया।
🌸🌸🌸🌸🌸🌸
पुस्तक को रखो सहेज-सम्हाल,
पढ़ो ज्ञान का गठ्ठर निकल।
मेरी प्रिय पुस्तक है विज्ञानं,
इसमें छुपा है रूचिपूर्ण ज्ञान।
🌸🌸🌸🌸🌸🌸
अच्छी पुस्तक को मित्र बनाओं,
श्रेष्ठ गुणों को स्वयं अपनाओ।
🌸🌸🌸🌸🌸🌸
-वेधा सिंह 💓😍
-कक्षा चौथी 💓😍
-नई दिल्ली 💓😍

nice poem
जवाब देंहटाएं